UPSC CSE Syllubus in Hindi 2025
UPSC CSE प्रारंभिक परीक्षा (Prelims) का सिलेबस 2025 (हिन्दी में)
UPSC CSE प्रारंभिक परीक्षा में दो पेपर होते हैं:
- सामान्य अध्ययन (General Studies - Paper 1)
- CSAT (Civil Services Aptitude Test - Paper 2) (केवल क्वालिफाइंग)
📌 पेपर 1: सामान्य अध्ययन (General Studies - 1)
(कुल अंक: 200 | समय: 2 घंटे | प्रश्नों की संख्या: 100 | नकारात्मक अंकन: 1/3 कटौती प्रति गलत उत्तर)
🔹 सिलेबस:
✅ राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय घटनाएँ – समसामयिक घटनाएँ (Current Affairs) जो राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर महत्वपूर्ण हैं।
✅ भारतीय इतिहास और भारतीय राष्ट्रीय आंदोलन
- प्राचीन भारत (Ancient India): सिंधु घाटी सभ्यता, वैदिक काल, बौद्ध और जैन धर्म।
- मध्यकालीन भारत (Medieval India): दिल्ली सल्तनत, मुगल शासन, मराठा साम्राज्य।
- आधुनिक भारत (Modern India): ब्रिटिश शासन, स्वतंत्रता संग्राम, समाज सुधार आंदोलन।
✅ भारतीय एवं विश्व भूगोल
- भारत और विश्व का भौतिक, सामाजिक और आर्थिक भूगोल।
- प्रमुख नदियाँ, पर्वत, जलवायु, खनिज संसाधन, कृषि, वनस्पति और वन्यजीव।
✅ भारतीय राजनीति और शासन
- संविधान, मौलिक अधिकार और कर्तव्य, नीति निर्देशक सिद्धांत।
- संसद, राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री, न्यायपालिका, पंचायती राज और संघीय ढांचा।
- सरकारी नीतियाँ और कल्याणकारी योजनाएँ।
✅ भारतीय अर्थव्यवस्था और विकास
- बुनियादी आर्थिक अवधारणाएँ – GDP, मुद्रास्फीति, बैंकिंग प्रणाली, राजकोषीय नीति।
- सरकारी योजनाएँ, गरीबी, बेरोजगारी, कृषि और औद्योगिक नीतियाँ।
✅ पर्यावरण एवं पारिस्थितिकी (Ecology & Environment)
- पारिस्थितिकी तंत्र, जैव विविधता, जलवायु परिवर्तन, वन और वन्यजीव संरक्षण।
- पर्यावरणीय संधियाँ, राष्ट्रीय एवं अंतरराष्ट्रीय प्रयास।
✅ सामान्य विज्ञान (General Science)
- भौतिकी, रसायन विज्ञान, जीवविज्ञान के बुनियादी तथ्य।
- विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी के नवीनतम विकास।
✅ भारत और विश्व में सामाजिक-आर्थिक विकास
- गरीबी, स्वास्थ्य, शिक्षा, लैंगिक समानता, जनसंख्या और जनसांख्यिकी।
📌 पेपर 2: CSAT (Civil Services Aptitude Test)
(कुल अंक: 200 | समय: 2 घंटे | प्रश्नों की संख्या: 80 | केवल क्वालिफाइंग – 33% अंक आवश्यक | नकारात्मक अंकन: 1/3 कटौती प्रति गलत उत्तर)
🔹 सिलेबस:
✅ संख्यात्मक अभियोग्यता (Numerical Ability)
- अंकगणित: प्रतिशत, अनुपात, लाभ-हानि, समय-कार्य, औसत, समीकरण।
✅ लॉजिकल रीजनिंग और विश्लेषणात्मक क्षमता (Logical Reasoning & Analytical Ability)
- कथन और निष्कर्ष, कथन और धारणा, रक्त संबंध, दिशा परीक्षण।
✅ पढ़ने और समझने की क्षमता (Reading Comprehension)
- अंग्रेजी और हिंदी में पैराग्राफ आधारित प्रश्न।
✅ संचार कौशल (Communication Skills)
- डेटा व्याख्या (चार्ट, ग्राफ़, टेबल, आँकड़ों की व्याख्या)।
✅ निर्णय लेने और समस्या समाधान (Decision Making & Problem Solving)
- प्रशासनिक परिप्रेक्ष्य से स्थिति-आधारित प्रश्न।
⏳ परीक्षा पैटर्न: UPSC CSE Prelims 2025
पेपर | विषय | प्रश्नों की संख्या | अंक | समय | क्वालिफाइंग |
---|---|---|---|---|---|
पेपर 1 | सामान्य अध्ययन | 100 | 200 | 2 घंटे | मेरिट में गिना जाता है |
पेपर 2 | CSAT | 80 | 200 | 2 घंटे | 33% अंक अनिवार्य |
👉 महत्वपूर्ण:
✅ CSAT केवल क्वालिफाइंग है – इसमें 33% (66/200) अंक लाना आवश्यक है।
✅ पेपर 1 (GS) के अंक ही मेरिट में जोड़े जाते हैं।
✅ नकारात्मक अंकन – प्रत्येक गलत उत्तर पर 1/3 अंक काटे जाते हैं।
📢 UPSC 2025 प्रारंभिक परीक्षा की तैयारी कैसे करें?
🔹 समसामयिक घटनाओं (Current Affairs) पर ध्यान दें:
- रोज़ाना The Hindu / Indian Express अख़बार पढ़ें।
- PIB, Yojana, Kurukshetra पत्रिकाएँ पढ़ें।
- हर महीने का करंट अफेयर्स नोट्स बनाएं।
🔹 NCERT पुस्तकों से मजबूत आधार बनाएं:
- 6वीं से 12वीं कक्षा तक की NCERT किताबें पढ़ें।
- विशेष रूप से इतिहास, भूगोल, राजनीति और अर्थशास्त्र पर ध्यान दें।
🔹 पिछले वर्षों के प्रश्नपत्र हल करें:
- UPSC के पिछले 10 वर्षों के प्रश्न पत्र हल करें।
- इससे परीक्षा का पैटर्न समझने में मदद मिलेगी।
🔹 मॉक टेस्ट और रिवीजन करें:
- नियमित मॉक टेस्ट दें और गलतियों को सुधारें।
- हर टॉपिक का बार-बार रिवीजन करें।
🔹 CSAT की उपेक्षा न करें:
- अगर गणित और रीजनिंग कमजोर है, तो नियमित अभ्यास करें।
- CSAT में 33% लाना अनिवार्य है, इसे हल्के में न लें।
📅 UPSC CSE 2025 प्रारंभिक परीक्षा की महत्वपूर्ण तिथियाँ
- नोटिफिकेशन जारी होने की तिथि: फरवरी 2025
- आवेदन की अंतिम तिथि: मार्च 2025
- प्रारंभिक परीक्षा (Prelims): जून 2025
- मुख्य परीक्षा (Mains): सितंबर-अक्टूबर 2025
🔚 निष्कर्ष
UPSC Prelims परीक्षा अत्यधिक प्रतिस्पर्धी होती है, इसलिए एक रणनीतिक दृष्टिकोण आवश्यक है। सही अध्ययन सामग्री, निरंतर अभ्यास, और नियमित रिवीजन से सफलता संभव है।